
10 Tips to Care New Born Babies in Hindi
नमस्कार दोस्तों स्वागत है। हमारे वेबसाइट पर आज की पोस्ट में हम बात करेंगे। Tips to Care new born babyes in Hindi अगर आप पहली बार माता पिता बन रहे हैं तो आपको अपने बच्चों की देखभाल काफी अच्छी तरह करनी होगी।
क्योंकि छोटे बच्चे काफी कोमल होते हैं, और अगर उनकी देखभाल आप अच्छी तरह से नहीं करते हैं तो उन्हें कई प्रकार के गंभीर बीमारी होने का खतरा होता है। और छोटे बच्चों की अंदाजपत्रक क्षमता भी कमजोर होती है इसलिए प्रत्येक माता-पिता का कर्तव्य है, कि वह अपने नवजात शिशु की देखभाल अच्छी तरह से करें। ऐसे में आपके मन में सवाल आता होगा कि छोटे बच्चे की देखभाल कैसे करें? उसके लिए कौन-कौन से हैं जिसका इस्तेमाल कर आप अपने बच्चों care अच्छी तरह से कर सकते हैं। अगर आप उनके बारे में नहीं जानते हैं तो हमारे साथ आर्टिकल पर बने रहे चलिए शुरू करते हैं।
10 Tips to Care New Born Babies in Hindi
स्तनपान के बारे में
अगर एक महिला पहली बार मां बन रही है, तो उसे सबसे पहले इस बात की जानकारी होनी है वह होगी कि छोटे बच्चों को स्तनपान कैसे करवाया जाता है, ताकि बच्चे को आवश्यक पोषक तत्व की प्राप्ति स्तनपान से मिल सके। इसके लिए आप जिस हॉस्पिटल में भर्ती थे वहां के डॉक्टर या नर्स है इसके बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा करें ताकि आपको आवश्यक जानकारी मिल सके कि आप को स्तनपान कैसे करवाना है I
खुद को मानसिक रूप से फिट रखें
10 Tips to Care New Born Babies in Hindi: खुद को मानसिक रूप से फिट रखना प्रत्येक महिला का कर्तव्य है। जब वह मां बन जाती है क्योंकि मां बनने के बाद उसकी जिम्मेदारी को ज्यादा पड़ती है। ऐसे में अगर वह मानसिक रूप से मजबूत होगी तो आपने बच्चे की देखभाल की अच्छी तरह से कर पाएगी। और बच्चे को स्तनपान करवाने में भी उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी। क्योंकि मानसिक रूप से स्वस्थ होना काफी आवश्यक है I सभी बच्चे की देखभाल एक एक महिला कर पाएगी जो प अच्छी तरह से कर पाएगी जो पहली बार मां बनी है I
गर्म सेक करें
10 Tips to Care New Born Babies in Hindi: जब एक महिला पहली बार मां बनती है, तो उसके स्तन में दूध तेजी के साथ बढ़ता है जिसके कारण कई बार महिला को दर्द का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में महिला को इस दर्द से अगर निजात पाना है तो उसे हीटिंग पैड या वॉर्म कंप्रेस उपयोग करना चाहिए। तभी जाकर उनको डर से छुटकारा मिल पाएगा। इसके अलावा घरेलू उपचार के तौर पर वह अजवायन को पानी में मिलाकर पी सकते हैं। इससे उनको चंद मिनटों निजात मिल जाएगी।
बोतल से दूध पिलाएं
10 Tips to Care New Born Babies in Hindi: जब छोटे बच्चे की उम्र 1 महीने से लेकर 2 महीने के बीच हो जाए तो उन्हें आप बोतल से दूध पिलाया। कई बड़े डॉक्टर के द्वारा इस बात की पुष्टि की गई है कि जब बच्चे की उम्र 6 सप्ताह से लेकर 8 सप्ताह के बीच होती है तो उन्हें नियमित रूप से बोतल से दूध पिलाना चाहिए। शुरुआत के दिनों में आप एक या दो बार बच्चे को बोतल से दूध पिलाया है जैसे जैसे उसकी उम्र बढ़ती जाए उसे बोतल से दूध पिलाने की आदत डालें।
साफ-सफाई का ध्यान रखो
साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि छोटे बच्चों को किसी प्रकार का इन्फेक्शन ना हो जाए। इसके लिए आसपास के वातावरण की साफ सफाई अच्छी तरह से रखें। और आप अपने आप को भी हमेशा साफ रखें और कभी भी गंदे हाथ से बच्चों को नाच हुए। क्योंकि इससे बच्चे संक्रमित बीमारी के शिकार हो सकते हैं।
शिशु को सावधानी से उठाएं
अगर आप पहली बार माता पिता बने हैं तो आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए, कि बच्चों को सावधानी से उठाया जाता है, क्योंकि बच्चे का शरीर उस समय काफी नाजुक होता है। और आप अगर उसे सावधानीपूर्वक नहीं उठाएंगे तो उसे किसी प्रकार की भी क्षति पहुंच सकती है।
डायपर इस्तेमाल के बारे में जानें
छोटे बच्चे को किस प्रकार का डायपर बनाना है इसके बारे में अगर आप नहीं जानते हैं, तो आप अपने डॉक्टर से इसके बारे में परामर्श ले सकते हैं। क्योंकि छोटे बच्चों को किस प्रकार के डायपर पर हमें चाहिए उसके बारे में अगर आप जानकारी नहीं देते हैं, तो बच्चों को स्क्रीन संबंधित कई गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि किस प्रकार के डायपर उन्हें पहनाना है इसके बारे में आपको शिशु डॉक्टर ही बता पाएंगे I
भरपूर नींद है जरूरी
छोटे बच्चे को भरपूर नींद दिलाना प्रत्येक माता-पिता का सबसे प्रमुख काम है। क्योंकि छोटे बच्चे जितना अधिक सोएंगे उतना अधिक आपके बच्चे तेजी के साथ बढ़ेंगे। इसके अलावा बच्चे को प्राप्त नींद मिलने से उसका स्वस्थ भी अच्छा रहता है। एक अनुमान के मुताबिक छोटे बच्चे को 8 घंटे से लेकर 12 घंटे सोना आवश्यक होता है। इसके लिए आप उसको लोरी भी सुना सकती है।
मालिश है ज़रूरी
10 Tips to Care New Born Babies in Hindi: छोटे बच्चे के शरीर को मजबूत और स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से मालिश जरूरी होता है। क्योंकि मालिश के द्वारा बच्चों की हड्डी मजबूत होती है। और साथ में उनका सेहद भी तंदुरुस्त रहता है। ऐसे में अगर आप छोटे बच्चों की मालिश करते हैं, तो आप ध्यान रखिएगा की मालिश करते समय सरसों तेल का इस्तेमाल करें। या बेबी केयर संबंधित कई प्रकार के तेल मार्केट में आपको मिल जाएंगे उनके माध्यम से आपको उनकी मालिश करना है। और मालिश काफी हल्के हाथों से करना है। मालिश नीमच से आपको करनी होगी तभी जाकर बच्चों की वृद्धि भी अच्छी तरह से होगी I
सही कपड़े का चयन करें
आप अपने छोटे बच्चों को वातावरण के मुताबिक कपड़े बनाए। ताकि शिशु आरामदायक अनुभव कर सके क्योंकि छोटे बच्चे आपको बोलकर नहीं बता पाएंगे। कि उन्हें कपड़े पहनने के बाद कैसा लग रहा है। इसलिए आपको उनके संकेत के माध्यम से समझना होगा। और प्रत्येक माता-पिता का कर्तव्य है कि वह अपने छोटे बच्चों को हमेशा हल्के और सूती के कपड़े प्रयोग करें अगर गर्मी का मौसम है तो। और शीतकाल में जो शीतकाल के कपड़े होते हैं मौसम के अनुसार ही कपड़े पहने चाहिए ताकि बच्चे आरामदायक महसूस कर सकें I